इस प्रतिमा में देवी के चेहरे के इतने मनमोहक भाव है कि जो भी प्रतिमा के दर्शन करने पहुंच रहा है वह कुछपल तक एकटक देखते ही रह जाता है। मुस्कान बिखरेतीं सिंहवाहिनी माता की यह प्रतिमा इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोग छिंदवाड़ा जिले के सिंगौड़ी निवासी मूर्तिकार पवन प्रजापति की कलाकारी को खुलकर सराह रहे है।
शक्ति उपासना के पर्व शारदीय नवरात्र पर जिले भर में आदिशक्ति जगदंबा की विभिन्न मुद्राओं वाली मनोहारी प्रतिमाएं विराजित हैं। जिनके दर्शन के लिए श्रद्घालुओं का शाम होते ही घरों से निकलना शुरू हो गया है। दुर्गोत्सव समितियों द्वारा देवी प्रतिमाओं का हर दिन मनोहारी श्रृंगार की झांकिया सजाईं जा रही हैं। वहीं जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर आदिवासी ग्राम बरहटा में सिंह पर सवार भगवती की प्रसन्नता व वात्सल्य भरी मुस्कान बिखेरती प्रतिमा का दर्शन करने के लिए विभिन्न स्थानों से लोग आ रहे है।
बरहटा के आदर्श दुर्गा मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र गिरी गोस्वामी कहते है कि बीते वर्ष इंटरनेट मीडिया पर उन्होंने देवी के इस स्वरुप की फोटो देखी थी और सोच लिया था कि ऐसी ही प्रतिमा बनवाकर रखेंगे। फिर मूर्तिकार का पता लगाया और एक वन अधिकारी के माध्यम से पवन से संपर्क कर प्रतिमा बनाने का आर्डर दिया। जिसे मूर्तिकार ने उत्साहित होकर बनाया और कम से कम न्यौछावर में प्रतिमा तैयार कर दी।
पवन की प्रतिमाओं की पांच जिलों तक मांगः मूर्तिकार पवन ने बताया कि घर में मूर्ति बनाने का कार्य पुस्तैनी है जिससे उसे भी बचपन से मूर्तियां बनाने का शौक है। उसकी बनाई प्रतिमाएं छिंदवाड़ा जिले के साथ ही नरसिंहपुर, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी जिले तक जाती हैं। नरसिंहपुर के बरहटा में देवी के जिस स्वरुप की प्रतिमाएं तैयार कर दी है वैसी ही कुछ और प्रतिमाएं दूसरे जिले में भी दी गई हैं। इस बार देवी की विभिन्न मुद्राओ-स्वरुप वाली करीब 35 प्रतिमाएं तैयार की गई थीं जिसमें अधिकांश प्रतिमाएं भेजी जा चुकीं है।